कवर्धा न्यूज़ – कलेक्टर ने गर्भवती महिला और मृत बच्चे की जानकारी मिलने पर लिया तत्काल संज्ञान
1 min readकलेक्टर ने गर्भवती महिला और मृत बच्चे की जानकारी मिलने पर लिया तत्काल संज्ञान
कलेक्टर ने सिविल सर्जन को मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिए निर्देश
कवर्धा, 05 जून 2024। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने कवर्धा जिला अस्पताल में 04 जून को शाम 5.50 बजे गर्भवती महिला और मृत बच्चे की जानकारी मिलने पर घटना क्रम की जानकारी लेते हुए तत्काल संज्ञान में लिया। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जिला चिकित्सालय कवर्धा डॉ. केशव धु्रव ने बताया कि विकासखंड बोड़ला अंतर्गत ग्राम मुडवाही निवासी मरीज जेठिया बाई बैगा उम्र 32 वर्ष, 04 जून को रात्रि 02.25 बजे जिला चिकित्सालय कबीरधाम में सीएचसी झलमला से रिफर होकर आई थी। जिला अस्पताल की स्त्रीरोग विशेषज्ञ के द्वारा जेठिया बाई की तत्काल बाह्य परीक्षण कर आंतरिक परीक्षण कराने की सलाह दी गई। लेकिन जेठिया द्वारा सहयोग न कर इसके लिए इनकार किया गया। जिसके कारण बाह्य परीक्षण मे एफएचएस नहीं मिलने से डॉक्टर द्वारा सामान्य प्रसव के लिए प्रक्रिया की गई। जिसके बाद मरीज को निरतंर निगरानी में रखा गया। उन्होंने बताया कि सुबह 07 बजे परीक्षण कर पाया गया कि मरीज जेठिया बाई की स्थिति गंभीर हो रही थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल सिंजिरियन करने के लिए शिप्ट किया गया। उस समय मरीज शॉक की स्थिति मे थी फिर मरीज को जरनल एनेस्थिसिया देकर आपरेशन किया गया। ऑपरेशन के दौरान ज्ञात हुआ कि मरीज की बच्चादानी
फटी हुई थी और काफी मात्रा में रक्त का स्त्राव हो रहा था, बच्चा मेसरेटेड (मृत बच्चा) था। ऐसी स्थिति में डॉक्टर की पहली प्राथमिकता बच्चेदानी को निकालकर मरीज को बचाना था। ये आपरेशन की प्रक्रिया दोपहर 01.30 बजे पूर्ण कर पोस्ट आपरेटिव कक्ष मे ही वेंटीलेटर सपोर्ट पर सतत् निगरानी मे रखा गया। इस दौरान मरीज को जीवन रक्षक दवाई के साथ दो यूनिट ब्लड भी दिया गया। लेकिन मरीज की स्थिति स्थिर बनी हुई थी। जिसे देखते हुए परिजन को अवगत कराया गया एवं सहमति भी ली गई। उन्होने बताया कि लगभग 05.50 बजे मरीज को मृत घोषित किया गया। सिविल सर्जन डॉ. धु्रव ने बताया कि आपरेशन के दौरान आपरेशन कक्ष में बिजली और ऑक्सीजन की समस्या नही थी। जिला अस्पताल में लगातार चिकित्सकीय सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। मरीजों के सही इलाज के लिए नए-नए निर्णय लिए जा रहे हैं।