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सीजन के दौरान 4 महीने में होने वाली औसत बारिश का कोटा एक माह पहले ही पूरा

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इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून कबीरधाम जिले पर ज्यादा ही मेहरबान है। मेहरबानी ऐसी की सीजन के दौरान 4 महीने में होने वाली औसत बारिश का कोटा एक माह पहले ही पूरा हो गया है। सोमवार को 1 जून से अब तक की बारिश का आंकड़ा 697.9 मिमी पहुंच गया। बीते 10 साल में ऐसा दूसरी बार है।

अभी इस सीजन के 35 दिन बाकी हैं। यानी आने वाले सितंबर महीने में बोनस बारिश होगी। कबीरधाम जिले में मानसून आने की सामान्य तिथि 12 जून है। इस साल 9 दिन देर से यानि 21 जून को मानसून आया। तब से लेकर अब तक 67 दिन में 697.9 मिमी औसत बारिश हो चुकी है, जो कि सीजन के दौरान 4 महीने (जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर) में होने वाली औसत बारिश 508.9 मिमी से ज्यादा है। वहीं इस अवधि में पिछले 10 साल की तुलना में भी यह 10.5 फीसदी अधिक है। इस अवधि में पिछले 10 साल की दर्ज औसत बारिश 631.3 मिमी है।

दस साल में दूसरी बार टूटा रिकॉर्ड, 2022 में हुआ था ऐसाः आंकड़ों का विश्लेषण करें, तो 1 जून से 26 अगस्त की अवधि में बीते 10 साल में दूसरी बार बारिश का रिकॉर्ड टूटा है। इससे पहले वर्ष 2022 में 926.9 मिमी औसत पानी गिरा था, जो कि वर्ष 2015 से लेकर अब तक ऑल टाइम रिकॉर्ड है। वहीं इस बार अभी तक 697.9 मिमी औसत बारिश है, जो 2022 को छोड़कर शेष वर्षों की तुलना में अधिक है। (बारिश के आंकड़े 1 जून से 26 अगस्त की स्थिति में।)

हनुमत खोल : पहाड़ों पर फंसे बादल, छाई हुई है घनी धुंध कबीरधाम जिले से करीब 70 किमी दूर छग-मप्र बॉर्डर पर हनुमत खोल मौजूद है। समुद्र तल से करीब 500 मीटर (1640 फीट) फीट ऊंचे इस जगह से मैकल पर्वत श्रृंखला का नजारा देखने ही बन रहा है। क्षेत्र में हुई बारिश के बाद सोमवार को पर्वत शृंखला में फंसे बादल धुंध की तरह लग रहे थे। पंडरिया से बजाग (मप्र) तक 37 किमी सड़क बनाई गई है। कवर्धा से पंडरिया होते हुए कुकदूर से करीब 15 किमी की दूरी पर हनुमत खोल स्थित है।

रायपुर मौसम विभाग के मुताबिक मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर जैसलमेर, सीधी, छैबासा, दीघा और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। इससे मानसूनी गतिविधियों में थोड़ी कमी आ सकती है। हालांकि 28 अगस्त के बाद फिर से सिस्टम सक्रिय होगा। 28 व 29 अगस्त से दोबारा बारिश का सिलसिला शुरू होगा।

अब तक 8 में से 6 तहसीलों में इस बार ज्यादा बरस चुके बादल इस साल कबीरधाम जिले में 8 में से 6 तहसीलों में ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। भू- अभिलेख के मुताबिक सबसे ज्यादा रेंगाखार कला तहसील में 64.4 फीसदी और बोड़ला तहसील में 31.1 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इसी तरह सहसपुर लोहारा तहसील में 17.4 प्रतिशत और कवर्धा में 11.3 प्रतिशत ज्यादा पानी गिरा है। वहीं कुंडा तहसील में 40.4 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। उसके बाद पंडरिया तहसील में 16 फीसदी कम बारिश हुई है।

Lok Seva News 24

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