मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव के सुशासन और धान खरीदी की नई व्यवस्था से किसानों में बढ़ा विश्वास
1 min readमुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव के सुशासन और धान खरीदी की नई व्यवस्था से किसानों में बढ़ा विश्वास
जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी से किसानों में खुशी
Lok seva news 24 Bureau Chief – Digvendra Gupta
कवर्धा, 04 दिसंबर 2024। कवर्धा जिले में समर्थन मूल्य में धान किसानों के चेहरे पर खुशी की झलक दिखाई दे रही है। विष्णुदेव सरकार के नेतृत्व में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की प्रक्रिया न केवल सुगम हुई है, बल्कि पारदर्शिता ने किसानों के चेहरों पर संतोष और खुशी की झलक बिखेर दी है। जिले के 108 धान उपार्जन केंद्रों पर किसानों का उत्साह आकर्षक बनी हुई है। कवर्धा के दर्री पारा के निवासी विजय कुमार साहू जैसे जिले के लाखों किसान इस नई व्यवस्था का लाभ उठा रहे हैं। किसान श्री विजय 7 एकड़ 19 डिसमिल जमीन में उपजाए अपने 140 क्विंटल धान को समर्थन मूल्य पर बेचकर सरकार की पहल की सराहना की। श्री विजय कहते हैं कि इस बार ऑनलाइन टोकन प्रणाली से न केवल समय की बचत हुई, बल्कि अधिकारियों और कर्मचारियों का सहयोग भी बेमिसाल रहा। किसानों के खाते में दो दिन के भीतर राशि आने से एक बड़ी राहत मिल रही है।
विजय कुमार साहू बताते हैं कि इस बार की धान खरीदी प्रक्रिया पहले से अधिक सुगम और पारदर्शी रही। ऑनलाइन टोकन प्रणाली के माध्यम से उन्हें लंबे समय तक लाइन में खड़े होने की आवश्यकता नहीं पड़ी। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केंद्र पर बारदाने, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, छाया, पेयजल, और शौचालय जैसी सुविधाओं ने उनके अनुभव को और भी बेहतर बनाया। किसानों के लिए सुविधाजनक केंद्र जैसी सुविधाओं ने किसानों का काम आसान कर दिया है। माइक्रो एटीएम की सुविधा ने बैंकों की भीड़ से राहत दिलाई है। किसान सीधे केंद्र पर 10,000 रुपये तक की राशि निकाल सकते हैं, जिससे समय की बचत होती है।
किसान श्री विजय कुमार ने बताया कि केवल धान खरीदी ही नहीं, बल्कि अन्य योजनाओं ने भी उनके परिवार की जिंदगी को बेहतर बनाया है। उनकी पत्नी और बहुओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिला, जिससे उनके स्वास्थ्य और पोषण में सुधार हुआ। वहीं, उज्ज्वला योजना के तहत मिले गैस चूल्हे ने उनके घर में स्वच्छ और सुविधाजनक भोजन पकाने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने कहा कि शासन की इन योजनाओं ने हमें न केवल आर्थिक रूप से मजबूत बनाया है, बल्कि हमारे आत्मविश्वास को भी बढ़ाया है। अब हम खेती में और भी मेहनत और लगन से काम कर रहे हैं