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बच्चों के विकास को प्रभावित करने वाली गंभीर समस्या हैं बाल विवाह, महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम चला रहे है निरंतर जागरूकता अभियान

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बच्चों के विकास को प्रभावित करने वाली गंभीर समस्या हैं बाल विवाह, महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम चला रहे है निरंतर जागरूकता अभियान

शासकीय गजानंद माधव मुक्तिबोध महाविद्यालय सहसपुर लोहारा में बाल विवाह प्रतिषेध के लिए कार्यक्रम आयोजित

Lok seva news 24 Bureau Chief – Digvendra Gupta

कवर्धा, 12 दिसंबर 2024। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के निर्देशन और आनंद तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में, सत्यनारायण राठौर, जिला बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में मिशन वात्सल्य चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा शासकीय गजानंद माधव मुक्तिबोध महाविद्यालय, सहसपुर लोहारा में बच्चों को बाल विवाह के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान बाल संरक्षण टीम ने बाल विवाह विषय पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री द्वारा 10 मार्च 2024 को बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का शुभारंभ किया गया।
बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ के लिए प्रभावी रोकथाम हेतु जिले में लगातार जन जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के अनुसार, ऐसा विवाह जिसमें वर (जिसकी आयु 21 वर्ष से कम हो) और वधू (जिसकी आयु 18 वर्ष से कम हो) शामिल हों, बाल विवाह माना जाएगा। बाल विवाह एक सामाजिक कुप्रथा है, जिसके पीछे सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक या प्रेम प्रसंग जैसे विभिन्न कारण हो सकते हैं। इसे समाप्त करने के लिए विमर्श और जागरूकता के माध्यम से सकारात्मक वातावरण तैयार करना आवश्यक है। बाल विवाह बच्चों के अधिकारों और उनके विकास को प्रभावित करता है। यह एक गंभीर समस्या है, जिसे रोकने के लिए सामाजिक, कानूनी और आर्थिक स्तर पर जन जागरूकता बढ़ाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

बाल विवाह करने तथा करवाने वाले को होगी सजा

जागरूकता अभियान के दौरान बताया गया कि यदि 18 वर्ष से अधिक आयु का पुरुष 18 वर्ष से कम आयु की महिला से विवाह करता है, तो उसे 2 वर्ष तक की कठोर कारावास अथवा एक लाख रुपये तक जुर्माना, या दोनों सजा दी जा सकती हैं। इसके अतिरिक्त, जो व्यक्ति बाल विवाह करता है, करवाता है, या इसमें सहायता करता है, उसे भी 2 वर्ष तक की कठोर कारावास अथवा एक लाख रुपये तक जुर्माना, या दोनों से दंडित किया जा सकता है।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 टीम के द्वारा जिले के विभिन्न स्कूलों,क्षेत्र ,गांव में जन जागरूकता अभियान किया जा रहा है । इस जागरूकता अभियान में सत्यनारायण राठौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी, कामती सिंह परिहार प्राचार्य शासकीय गजानंद माधव मुक्तिबोध महाविद्यालय सहसपुर लोहारा, राजाराम चंद्रवंशी संरक्षण अधिकारी, विभा बक्शी परिवीक्षा अधिकारी, अविनाश सिंह ठाकुर परामर्शदाता ,सुरेश साहू परमेश्वरी धुर्वे सामाजिक कार्यकर्ता, महेश कुमार निर्मलकर परियोजना समन्वयक चाइल्ड हेल्प लाइन, नितिन किशोरी वर्मा, विनय कुमार जंघेल आउट वर्कर, रामलाल पटेल, शारदा निर्मलकर ,आरती यादव सुपरवाइजर चाइल्ड हेल्प लाइन एवं महाविद्यालय सहसपुर लोहारा के प्राध्यापक एवं बच्चे उपस्थित रहे ।

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