पायरिल्ला कीट प्रबंधन एवं नियंत्रण के लिए सलाह
1 min readपायरिल्ला कीट प्रबंधन एवं नियंत्रण के लिए सलाह
लोक सेवा न्यूज़ 24 सवांददाता
कवर्धा, 05 जुलाई 2024। कृषि विभाग एवं संत कबीर कृषि महाविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिकगण डॉ. एस.के.श्याम सिंह, डॉ. निवेदिता शाह, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी श्री एन.के.नेताम, कृषि विकास अधिकारी श्री जमरे एवं स्थानीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री बलसिंह मेरावी द्वारा विकासखण्ड कवर्धा के ग्राम लखनपुर कला में गन्ना फसल पर पायरिल्ला कीट के प्रकोप का निरीक्षण किया। पायरिल्ला कीट का प्रकोप पूरे ग्राम के गन्ना के फसलों पर पाया गया। वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों को यह सलाह दी गई कि यूरिया का छिड़काव संतुलित मात्रा में करें।
कृषि विभाग के उपसंचालक श्री अमित कुमार मोहंति ने बताया कि रासायनिक दवा के रूप में इमिडाक्लोरप्रिड 2 ग्राम प्रति लीटर एवं थायोमेथाक्जॉन दवा का छिंड़काव 2 ग्राम प्रति लीटर की दर से एवं मेटारिजियम फफूंदनाशक 1 एमएल, लीटर की दर से छिड़काव करें। प्रकाश प्रपंच (लाइट ट्रैप) का अधिक से अधिक उपयोग करें। उन्होंने किसानों से कहा कि दवा का ड्रोन से स्प्रे करवाने के लिए श्री रवि साहू (9223299632) ड्रोन चालक से संपर्क कर सकते है। जैविक नियंत्रण के लिए एपिरिकेनिया मिलैनाल्यूका का उपयोग किया जा सकता है। जैविक नियंत्रण एवं रासायनिक नियंत्रण एक साथ नहीं करना है। मौसम को ध्यान मे रखते हुए जब मौसम खुल जाए, तब इनका प्रयोग करें।