कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा द्वारा मनाया गया हरेली तिहार
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lok seva news 24 Digvendra Gupta
रायपुर, 05 अगस्त 2024। कृषि विज्ञान केन्द्र कवर्धा द्वारा रविवार को हरेली तिहार मनाया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इस अवसर पर समस्त कृषि उपकरणो एवं गौ माता की विधिवत पूजा अर्चना कर उल्लासपूर्वक हरेली तिहार मनाया गया। हरेली तिहार के अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा में विभिन्न प्रतियोगिताएं एवं पारंपरिक खेल जैसे फुगड़ी, रस्सा कस्सी, फौरा, नारियल फेक प्रतियोगिता का अयोजन किया गया एवं छत्तीसगढ़ी परंपरा के व्यंजन जैसे- ठेठरी, खुरमी, फरा बनाकर लोगो में पराम्परिक व्यंजनो के प्रति जागरूकता लाने की दिशा में पहल की गई तथा वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डॉ. बी.पी. त्रिपाठी ने जिले के किसानों को हरेती तिहार के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुये कहा कि यह त्यौहार सभी किसानों के जीवन में सुख समृद्धि एवं उन्नती लाये। कार्यक्रम में विषय वस्तु विशेषज्ञ (सस्य विज्ञान), श्री बी. एस. परिहार तथा अधिकारी-कर्मचारी एवं कृषक उपस्थित थे।
जिले में 1 से 7 अगस्त 2024 तक मनाया जा रहा विश्व स्तनपान सप्ताह
रायपुर, 05 अगस्त 2024। स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के समन्वय से जिले में 1 से 7 अगस्त 2024 तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान स्तनपान को बढ़ावा देना एवं स्तनपान करने वाली माता को सहयोग प्रदान किया जा रहा है। जिला नोडल अधिकारी डॉ सलिल मिश्रा ने बताया की सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं पोषण पुनर्वास केंद्रों में स्तनपान करने की सही विधि का प्रदर्शन कर जन्म के तुरंत बाद 1 घंटे के भीतर स्तनपान के लिए बताया जा रहा है। प्रसव के तुरंत बाद आने वाला माता का दूध बच्चे के विकास के लिए सबसे जरूरी होता है। इस पीले गाढ़े दूध में विभिन्न प्रकार के जरूरी पोषक तत्व होते हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी. एल. राज ने बताया की डायरिया होने पर मां का दूध बंद ना करें, 6 माह तक केवल मां का दूध पिलाया जाना है। उसके बाद 2 साल तक मां के दूध के साथ अन्य पूरक आहार दिया जाना है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में स्तनपान के लिए ब्रेस्टफीडिंग कॉर्नर अलग से स्थापित किया गया है, जिसमें आसानी से माताओं द्वारा बच्चों को स्तनपान कराया जा सकता है। स्तनपान से स्तन कैंसर का खतरा भी कम होता है। स्तनपान कराने से मां का चिंता एवं तनाव भी कम होता है।
किसान अब फसल बीमा करा सकेंगे 16 अगस्त तक
रायपुर, 05 अगस्त 2024। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना वर्ष 2024 के लिए ऋणी और अऋणी किसान खरीफ फसलों का बीमा करा सकेंगे। छ.ग. सरकार के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने फसल बीमा कराये जाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई को बढ़ाकर अब 16 अगस्त, 2024 तक कर दिया गया है। प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले फसल नुकसान से किसानों को राहत दिलाने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना संचालित की जा रही है। उप संचालक कृषि श्री अमित कुमार मोहंती द्वारा फसलों के बीमा योजना का लाभ दिलाने के लिए जिले के ऋणी एवं अऋणी किसानों को फसल बीमा कराने की सलाह दिया गया। मार्गदर्शन देने तथा उनका पंजीयन कराने हेतु कृषि विभाग के मैदानी अमलों, बैंक, सेवा सहकारी समिति एवं च्वाईस सेंटर के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक कृषकों को बीमा आवरण में शामिल करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिले के किसानों को खरीफ वर्ष 2024 प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए जानकारी अधिसूचना के अनुसार योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को पंजीयन कराना जरूरी है, इसके लिए पूर्व में अंतिम तिथि 31 जुलाई, 2024 निर्धारित की गई थी, जिसे राज्य सरकार के विशेष प्रयासों से केंद्र सरकार ने फसल बीमा की अवधि को बढ़ाकर 16 अगस्त, 2024 तक कर दिया गया है।