मुंगेली न्यूज़ – वाइल्डलाइफ कंज़र्वेशन में अचानकमार टाइगर रिजर्व पैदल गार्ड दिलीप सिंह कंवरऔर मनमोहन सिंह राज वनरक्षक का नाम चयनित
1 min readवाइल्डलाइफ कंज़र्वेशन में अचानकमार टाइगर रिजर्व पैदल गार्ड दिलीप सिंह कंवरऔर मनमोहन सिंह राज वनरक्षक का नाम चयनित
वन्य प्राणी सप्ताह 2024 देहरादून में आयोजित
लोक सेवा न्यूज़ 24 सम्पादक – दिग्वेन्द्र गुप्ता
अचानक में टाइगर रिजर्व में अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए दिलीप सिंह कंवर अपने अनुशासन और कर्तव्य के प्रति लिए प्रतिबद्ध है दिलीप सिंह कंवर ने अचानकमार टाइगर रिजर्व में है । संरक्षण के लिए सह अस्तित्व के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान दिया हुआ । वह अचानकमार टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में स्थित ग्राम कटनी के स्थानीय निवासी हैं। और वहीं से आकर अचानकमार टाइगर रिजर्व में अपना बहुमूल्य सेवा दे रहे हैं।उनका काम विशेष रूप से बाघों के संरक्षण और स्थानीय निवासियों के बीच संतुलन बनाए रखने पर केंद्रित है ।जिसमें मानव वन्य जीव संघर्ष को कम करने और सतत पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने में मदद मिलती है । उनके प्रयासों में स्थानीय लोगों के साथ निकटता से काम करना पर्यावरण अनुकूलन प्रथाओं को बढ़ावा देना और लोगों के जीवन को प्रभावित किए बिना वन्य जीव संरक्षण को सफल बनाना शामिल है ।इनके द्वारा एटीआर में सर्वाधिक अधिक पेट्रोलिंग लगातार किया जा रहा है ।इनके सामुदायिक वानिकी के प्रयासों के कारण कोई भी अतिक्रमण या अवैध गतिविधि कटामी क्षेत्र में नहीं हुई है। इनके ग्रामीणों के साथ संबंध बहुत अच्छे हैं। जिनके कारण वह अग्नि सुरक्षा एवं वन्य अवैध गति विधि के खिलाफ
कार्यवाही में व्यापक रूप से सहभागी होते हैं । यह टाइगर रिजर्व बनने के समय से पैदल गार्ड के रूप में कार्यरत हैं। किंतु उनके द्वारा अपने क्षेत्र में कोई भी अवैध गतिविधि दृष्टिगत नहीं हुई है ।उन्हें इस वर्ष हेतु 2022, 2023, 2024 में एटीआर प्रबंधन से पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है.। वन चेतना केंद्र सकरी बिलासपुर में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी एवम जैव विविधता संरक्षण सह मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक के द्वारा वन एवम वन्यप्राणी की बेहतर सुरक्षा के लिए पुरुस्कृत किया गया जिसमे वाइल्डलाइफ फील्ड डायरेक्टर बिलासपुर ,और डिप्टी डायरेक्टर ATR एवम रेंज ऑफिसर सुरही और अन्य वन अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे
सहअस्तित्व के फायदे
1. पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखना
2. जैव विविधता की सुरक्षा
3. वन्यजीवों की सुरक्षा
4. मानव-वन्यजीव संघर्ष कम करना
5. प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण
सहअस्तित्व के तरीके
1. वन्यजीवों के आवासों का संरक्षण
2. मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए शिक्षा और जागरूकता
3. सहअस्तित्व आधारित वन्यजीव प्रबंधन
4. स्थानीय समुदायों की भागीदारी
5. तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान
सहअस्तित्व के उदाहरण
1. भारत में प्रोजेक्ट टाइगर
2. अफ्रीका में वन्यजीव संरक्षण कार्यक्रम
3. ऑस्ट्रेलिया में कंगारू संरक्षण
4. भारत में गंगा डॉल्फिन संरक्षण
5. अमेज़ॅन वर्षावन में वन्यजीव संरक्षण
चुनौतियाँ और समाधान
1. मानव-वन्यजीव संघर्ष
2. वन्यजीवों की अवैध तस्करी
3. जलवायु परिवर्तन
4. स्थानीय समुदायों की भागीदारी बढ़ाना
5. सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के बीच सहयोग
सहअस्तित्व के माध्यम से वाइल्डलाइफ कंज़र्वेशन एक प्रभावी तरीका है जो मानव और वन्यजीव दोनों के लिए लाभकारी हो सकता है।