नेशनल लोक अदालत ने 14647 प्रकरण का हुआ निराकरण
1 min readनेशनल लोक अदालत ने 14647 प्रकरण का हुआ निराकरण
नेशनल लोक अदालत ने झगड़े मारपीट के केस का पटाक्षेप, खुश होकर ग्रामीण लौटे
पारिवारिक भूमि विवाद का मामला सुलह-समझौते से हल
लोक सेवा न्यूज़ 24 संपादक
कवर्धा, 13 जुलाई 2024। राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ शनिवार 13 जुलाई को प्रातः 10.30 बजे माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्रीमती सत्यभामा अजय दुबे के करकमलों से माँ सरस्वती की छायाचित्र पर पुष्पांजली एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर जिला न्यायालय के सभी जज, अधिवक्ता एवं पक्षकार भी शामिल थे।
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर के न्यायमूर्ति श्री संजय के. अग्रवाल द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का निरीक्षण किया गया। न्यायमूर्ति द्वारा न्यायालय में पक्षकारों से उनके प्रकरणों के संबंध में भी जानकारी ली गई। मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण के एक प्रकरण में पारित क्लेम अवार्ड के संबंध में महिला पक्षकार को संतुष्ट जानकर आश्वस्त हुए। इस अवसर पर उन्होंने महिला को पौधे भेंटकर बधाई भी दी।
उल्लेखनीय है कि नेशनल लोक अदालत में न्यायालयों में लम्बित राजीनामा योग्य प्रकरण सुलह-समझौते से निराकरण के लिए चिन्हांकित कर रखा जाता है पक्षकारों को पूर्व से नोटिस जारी किया जाता है। साथ ही पक्षकारों की आपसी सहमति से राजीनामा किया जाता है,जिससे उनके बीच उत्पन्न विवाद का निपटारा हो जाता है। इसमें प्रीलिटिगेशन (मुकदमा पूर्व वाद प्रकरण) प्रकरण भी रखे जाते हैं,जिसमें आपसी लेनदेन, बैंकों के ़ऋण, दूरभाष एवं विद्यतु के बकाया बिल आदि प्रकरण शामिल होते हैं।
माननीय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कवर्धा के न्यायालय में पारिवारिक भूमि संबंधी विवाद के चलते लड़ाई-झगड़े, मारपीट का क्रिमीनल केस न्यायालय में लम्बित था। साथ ही सिविल केस अलग चल रहा था, जिसमें मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा दी गई समझाईश से आपसी सहमति बनी एवं दोनों ही प्रकरणों का पटाक्षेप हो गया और वे न्यायालय से संतुष्ट होकर खुशी-खुशी वापस लौटे।
राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रीलिटिगेशन के 16802 प्रकरण रखे गए हैं जिसमें से 14647 निराकृत किया गया। वहीं न्यायालय के लम्बित प्रकरणों में क्रिमिनल केस के 152, विद्युत केस के 97 प्रकरण निराकृत जिसमें 390786 रुपए सेटलमेंट हुए मोटरव्हीकल दुर्घटना दावा के 4 प्रकरण निराकृत जिसमें सेटलमेंट राशि 3610000/- अवार्ड हुए। वैवाहिक विवाद प्रकरण के -22 लिखत परक्राम्य अधिनियम 138 के 22 और सिविल के 03 प्रकरण निराकृत हुए हैं वहीं समरी के 1300, राजस्व के 14301 निराकृत जिसमें कुल सेटलमेंट रू. 99736266 शामिल है इस तरह कुल राशि रुपए 109768417 के सेटलमेंट हुए।