कबीरधाम जिले के नए स्कूलों के निर्माण, जीर्णोद्धार और उन्नयन कामों से 856 स्कूलों की बदल रही तस्वीर
1 min readकबीरधाम जिले के नए स्कूलों के निर्माण, जीर्णोद्धार और उन्नयन कामों से 856 स्कूलों की बदल रही तस्वीर
कबीरधाम जिले में शिक्षा की गुणवत्ता और भवनों की स्थिति को बेहतर बनाने दिया जा रहा विशेष जोर
शासन की महत्वाकांक्षी योजना से जिले के स्कूलों का हो रहा उन्नयन
स्कूल में बच्चों को मिल रहा सुरक्षित स्वच्छ और प्रेरणादायक शैक्षणिक वातावरण
नवीनीकरण कार्यों के तहत स्कूलों में कई नई सुविधाएं जोड़ी गई
लोक सेवा न्यूज़ 24 संपादक -दिग्वेंद्र गुप्ता
कवर्धा, 29 जुलाई 2024। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता और भवनों की स्थिति को बेहतर बनाने विशेष जोर दिया जा रहा है। जिले के शासकीय स्कूलों का विशेष प्राथमिकता के साथ मरम्मत एवं जीर्णोद्धार होने से विद्यार्थियों को शिक्षा का बेहतर वातावरण मिल रहा है। कबीरधाम जिले के स्कूलों के मरम्मत एवं जीर्णोद्धार के लिए 42 करोड़ 19 लाख 88 हजार रूपए की स्वीकृति प्राप्त हुए है। वर्तमान शिक्षा सत्र में 653 स्कूलों का आवश्कता अनुसार मरम्मत एवं जीर्णोद्धार किया गया है। इसके साथ ही 203 स्कूलों का कार्य प्रगतिरत हैं।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के प्रयासों से कबीरधाम जिले के स्कूलों का उन्नयन कार्य किया जा रहा है। इसके माध्यम से छात्रों को एक सुरक्षित स्वच्छ और प्रेरणादायक शैक्षणिक वातावरण भी मिलता है। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे द्वारा इन कार्यों की लगातार समीक्षा की जा रही है और इसकी मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है। नवीनीकरण कार्यों के तहत स्कूलों में कई नई सुविधाएं जोड़ी गई है। इनमें स्वच्छ पेयजल की सुविधा, शौचालय, कम्प्यूटर शामिल है। ये सुविधाएं न केवल छात्रों की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करती है बल्कि उनकी पढ़ाई में भी सहायता करती है।
कबीरधाम जिले में स्कूल शिक्षा मद, समग्र शिक्षा मद, सीएसआर और पीएश्री मद से 2022-23 एवं 2023-24 के लिए शाला भवन मरम्मत, नवीनीकरण, आहता, शौचालय, पेयजल, वाटर हारर्वेस्टिंग रैम्प हैंडरेल एवं जीर्णोद्धार कार्य के साथ अतिरिक्त कक्ष निर्माण कराया जा रहा है, जिसके लिए राज्य शासन से इन कार्यों की स्वीकृति प्राप्त हुई है। स्कूल मरम्मत, जीर्णोद्धार, अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए 23 करोड़ 26 लाख 07 हजार रूपए की लागत से 561 कार्य स्वीकृत किए गए है। इसमें 409 कार्य पूर्ण कर लिए गए है और 22 कार्य प्रगतिरत है। इसी तरह स्कूल शिक्षा मद के तहत अतिरिक्त कक्ष, जीर्णोद्धार, आहता निर्माण के लिए 01 करोड़ 92 लाख 91 हजार रूपए की लागत से 24 कार्य स्वीकृत किए गए है। इसमें 23 कार्य पूर्ण कर लिए गए है और 01 कार्य प्रगतिरत है।
समग्र शिक्षा मद के तहत प्राथमिक, माध्यमिक शाला भवन निर्माण, मरम्मत, अतिरिक्त कक्ष निर्माण, बालक-बालिका शौचालय, पेयजल के लिए 13 करोड़ 23 लाख 34 हजार रूपए की लागत से 366 कार्य स्वीकृत किए गए है। इसमें 188 कार्य पूर्ण कर लिए गए है और 158 कार्य प्रगतिरत है। समग्र शिक्षा मद के तहत हाई, हायर सेकेंण्डरी स्कूल में अतिरिक्त कक्ष निर्माण, मरम्मत, शौचालय, कम्प्यूटर के लिए 02 करोड़ 06 लाख 78 हजार रूपए की लागत से 28 कार्य स्वीकृत किए गए है। इसमें 14 कार्य पूर्ण कर लिए गए है और 13 कार्य प्रगतिरत है। सीएसआर मद के तहत शाला भवन निर्माण के लिए 1 करोड़ 14 लाख 80 हजार रूपए की लागत से 10 कार्य स्वीकृत किए गए है। इसमें 10 कार्य पूर्ण कर लिए गए है है। पीएमश्री मद के तहत शौचालय, वाटर हारर्वेस्टिंग रैम्प हैंडरेल, अतिरिक्त कक्ष निर्माण, मरम्मत के लिए 55 लाख 98 हजार रूपए की लागत से 18 कार्य स्वीकृत किए गए है। इसमें 09 कार्य पूर्ण कर लिए गए है और 09 कार्य प्रगतिरत है।
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे द्वारा बैठक लेकर योजनाओं के तहत स्वीकृत प्रगतिरत कार्यो की नियमित समीक्षा की जा रही है और कार्यो को शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए है। इसकी नियमित मानिटरिंग भी की जा रही है। कलेक्टर ने अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य के लिए सतत निगरानी करने निर्देशित किया गया है तथा कार्य एजेंसी विभाग को समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य पूर्णता के लिए निर्देश दिए गए है।
उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा मद, समग्र शिक्षा मद, सीएसआर और पीएश्री मद से शाला भवन मरम्मत, नवीनीकरण, आहता, शौचालय, पेयजल, वाटर हारर्वेस्टिंग रैम्प हैंडरेल एवं जीर्णोद्धार कार्य के साथ अतिरिक्त कक्ष निर्माण कराया जा रहा है। जिससे कि बच्चों को शिक्षा के लिए बेहतर वातावरण मिल सके। गौरतलब है कि स्वीकृत सभी कार्यों को जिला पंचायत, आरईएस, ग्राम पंचायत द्वारा निर्माण कराया जा रहा है जिनमें से बहुत से कार्य पूर्ण होकर स्कूल प्रारंभ किया जा चुका है। शेष बचे कार्य भी लगभग पूर्णता की ओर है। स्कूलों का संचालन नियमित रूप से किया जा रहा है एवं जिन स्थानों में मरम्मत का कार्य प्रगति पर है वहां वैकल्पिक व्यवस्था के तहत स्कूल का संचालन निरंतर जारी है।